rajwo

जाति न पूछो साधु की, पूछि लीजिए ज्ञान (अर्थ)

जाति न पूछो साधु की, पूछि लीजिए ज्ञान । मोल करो तलवार का, पड़ा रहन दो म्यान ।। अर्थ: किसी साधु से उनकी जाति न पूछो बल्कि उससे ज्ञान पूछो…

जाके मुख माथा नहीं, नाहीं रूप कुरूप (अर्थ)

जाके मुख माथा नहीं, नाहीं रूप कुरूप । पुछुप बास तें पामरा, ऐसा तत्व अनूप ।। अर्थ: निराकार ब्रह्म का कोई रूप नहीं है वह सर्वत्र व्यापक है न वह…

ज्यों नैनन में पूतली, त्यों मालिक घर मांहि (अर्थ)

ज्यों नैनन में पूतली, त्यों मालिक घर मांहि । मूर्ख लोग न जानिए, बाहर ढूँढ़त जांहि । अर्थ: जिस प्रकार नेत्रों के अंदर पुतली रहती है और वह सारे संसार…